
श्रीराम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन रामलला के दिव्य मंदिर के साथ उनके विग्रह का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। कुबेर टीले पर जटायु राज की कांस्य की मूर्ति लगेगी।श्रीराम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन रामलला के दिव्य मंदिर के साथ उनके विग्रह का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। इस बीच तीर्थ क्षेत्र की ओर से कुबेर नवरत्न टीले पर विराजमान भगवान शिव के मंदिर का जीर्णोद्धार भी शुरू कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस कुबेर टीला पर माता सीता की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले जटायु राज का भी स्थान नियत किया गया है। तीर्थ क्षेत्र ने निर्णय लिया है कि यहां जटायु राज की कांस्य की मूर्ति स्थापित की इसकी पुष्टि करते हुए तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा.अनिल मिश्र बताते हैं कि परिसर में सप्त ऋषियों के रूप में महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि अगस्त्य, देवी अहिल्या, माता शबरी व निषाद राज की प्रतिमाएं भी स्थापित की जाएंगी।सभी प्रतिमाएं पाषाण खंड से ही निर्मित होंगी। इन प्रतिमाओं एवं उनके मंदिर का निर्माण रामलला के दिव्य मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद कराया जाएगा। डा.मिश्र का कहना है कि मंदिर निर्माण के लिए सामग्रियों को लाने ले जाने की समस्या को ध्यान में रखकर निर्धारित समय तक इनका कार्य स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है।
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