छाता क्षेत्र में डायल 112 के वर्दी धारी जवान हेल्प लेने वाले कॉलर को ही जीप में बिठाकर हवालात में बंद कर देते हैं,यह है अंधा कानून।
112 पुलिस से परेशान छाता क्षेत्र के पीड़ित लोगों ने मथुरा पुलिस कप्तान से लगाई न्याय की गुहार।
छाता में डायल 112 का गजब हाल। हेल्प लेने वाले कॉलर को ही 151 में पाबंद।
पीड़ित लोगों का 112 छाता पुलिस पर गंभीर आरोप। पुलिस से उठा भरोसा।
छाता,,,,
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से डायल 112 की सेवा आपात स्थिति में फंसे हुए, पीड़ित लोगों को तुरंत सुविधा पहुंचाने के लिए चलाई गई योजना है। ताकि समय रहते हुए अपराध को नियंत्रित किया जा सके।
मथुरा जिले के छाता क्षेत्र में 112 पुलिस की हेल्प जरूरतमंद लोगों को मिलने में दिक्कत हो रही है।
दिक्कत यह है , आईए जानते हैं, कैसे बढ़ी हुई है, 112 डायल करने से पीड़ित की दिक्कत, यहां के लोग 112 हेल्पलाइन पर हेल्प लेने में अब घबरा रहे हैं, और परिणाम यह कि जनता के अंदर 112 पुलिस के प्रति गलत संदेश फेल रहा है ,कि अगर हम लोगों द्वारा पुलिस को हेल्प पर बुलाया, तो उल्टा ही 112 हमें थाने पहुंचा देगी। छाता क्षेत्र में सक्रिय 112 गाड़ियों पर तैनात वर्दी वाले जवानों के द्वारा घटना पर पहुंच डायल करने वाले को गाड़ी में बिठाकर थाने की हवालात में बंद कर दिया जाता है ,और फिर थाने के इंचार्ज उसी दिन या दूसरे दिन उनका 151 में चालान पेश कर रहे हैं, और घटना को अनजाम देने वाले अपराधी किस्म के लोग 112 पुलिस की पकड़ में नहीं आते हैं ,और पुलिस अपना गुड वर्क दिखाने के लिए निर्दोष को थाने कचहरी के चक्कर में फसा देती है।
अभी हाल का ही ताजा मामला है, छाता के गोवर्धन चौराहे का जहां पर दो ऑटो चालकों में सवारियों को लेकर आपसी विवाद हुआ एक महेश नाम के ऑटो ड्राइवर ने अपने साथ हुई घटना की सूचना 112 को दी,वही मौके पर पहुंची डायल 11 2 द्वारा पीड़ित कॉलर को ही गाड़ी में बिठाकर थाने की हवालात में बंद कर दिया । थाने से महेश नामक ऑटो ड्राइवर का 151 में चालान पेश कर दिया।
वही दूसरा मामला है ,ताज कोटा के राशन की सप्लाई करने वाले ठेकेदार के पुत्र बिट्टू का जिसने अपना मोबाइल छुड़ाये जाने की सूचना 112 को दी, घटनास्थल पर पहुंची 112 डायल द्वारा सूचना देने वाले बिट्टू को ही गाड़ी में बिठाकर थाने की हवालात में बंद कर दिया ,और मोबाइल छुड़ाकर ले जाने वाले व्यक्ति के बारे में कोई भी जानकारी नहीं की। अब सोचने वाली बात यह है ,कि कॉलर द्वारा डायल 112 पर हेल्प के बाद पुलिस द्वारा ज्यादा से ज्यादा समस्या का निस्तारण करने के बारे में काम किया जाता है। परन्तु छाता क्षेत्र में हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है, खुलेआम सरकार की किरकिरी करने पर डायल 112 लगी हुई है ।
जाने का क्या होता है 112 यह नंबर लोगों की परेशानियों को दूर करता है। इसे नेशनल इमरजेंसी नंबर भी कहा जाता है।
वह स्थानीय लोगों द्वारा मथुरा जिले के पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाई है, कि जल्द ही मामले को संज्ञान में लेकर निर्दोषों को फसाने से रोका जाए।
दिनेश जादौन छाता मथुरा।
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